Getting My Shiv chaisa To Work

वस्त्र खाल बाघम्बर सोहे। छवि को देखि नाग मन मोहे॥

दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी ने प्राचीन हनुमान मंदिर में पूजा किया

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन नहीं रहै कलेशा॥

हंसानन गरुड़ासन वृषवाहन साजे ॥ ॐ जय शिव…॥

पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥

It includes forty verses (chalisa), created within the Hindi language. The chalisa is structured inside of a poetic structure which is extensively recited by devotees as a means to praise and search for blessings from Lord Shiva.

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

अर्थ: जो कोई भी धूप, दीप, नैवेद्य चढाकर भगवान शंकर के सामने इस पाठ को सुनाता है, भगवान भोलेनाथ उसके जन्म-जन्मांतर के पापों का नाश shiv chalisa in hindi करते हैं। अंतकाल में भगवान शिव के धाम शिवपुर अर्थात स्वर्ग की प्राप्ति होती है, उसे मोक्ष मिलता है। अयोध्यादास को प्रभु आपकी आस है, आप तो सबकुछ जानते हैं, इसलिए हमारे सारे दुख दूर करो भगवन।

त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥

सबहिं कृपा कर लीन बचाई ॥ किया तपहिं भागीरथ भारी ।

पूजन रामचंद्र जब कीन्हा। जीत के लंक विभीषण दीन्हा॥

त्रयोदशी व्रत करै हमेशा। ताके तन Shiv chaisa नहीं रहै कलेशा॥

कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥

तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष shiv chalisa lyricsl महँ मारि गिरायउ॥

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